पर्यूषण महापर्व के दूसरे दिन अष्टनिका का हुआ प्रवचन, परमात्मा के दर्शन मात्र से होता है आत्म कल्याण

 


यशवंत जैन, चंद्रशेखर आज़ाद नगर

पर्यूषण महापर्व की आराधना के दूसरे दिन का शुभारंभ सुविधिनाथ दादा के स्नात्र महोत्सव के साथ प्रारंभ हुआ जहां पर समाज जनों द्वारा विधि विधान के साथ परमात्मा की पूजा की गई। तत्पश्चात सुबह 10:00 बजे सकल श्री संघ की उपस्थिति में अष्टानिका का महाप्रवचन हुआ जिसमें अष्ठांहिका वांचन कर रहे योगेश जैन ने धर्मसभा में जिनवाणी का रसपान कराते हुए कहा कि परमात्मा के दर्शन मात्र से व्यक्ति की आत्मा का कल्याण हो जाता है साथ ही श्रावक का अर्थ बताते हुए कहा गया कि जो श्रद्धा विवेक पूर्वक क्रिया करें वही सच्चा श्रावक है, तीर्थंकर परमात्मा को पाच ज्ञान की प्राप्ति होती है। 



शुक्रवार से कल्पसूत्र जी महाशास्त्र का प्रवचन प्रारंभ सुबह 10:00 बजे होगा । 16 तारीख को भगवान महावीर स्वामी जी का जन्म वांचन समारोह हर्ष उल्लास के साथ मनाया जाएगा।

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