रात को आए भूकंप की पं कपिल शर्मा ने पहले ही कर दी थी भविष्यवाणी, जियान न्यूज़ ने परसों ही किया था प्रकाशन
यह है सनातन धर्म की शक्ति और इतनी सटीक होती हैं भारतीय ज्योतिष विज्ञान की गणनाए, महू निवासी पं कपिल शर्मा "काशी महाराज"ने की थी अत्यंत सटीक भविष्यवाणी


जियान न्यूज़ अखबार का स्क्रीन शॉट जिसमे उक्त भविष्यवाणी प्रकाशित हुई थी

जब भी भारतीय संस्कृति की बात की जाती है और अगर विश्व परिदृश्य पर अब से एक दशक पहले तक भारत का नाम आता था तो भारतीय लोगों, भारतीय दर्शन और भारतीय संस्कृति को अत्यंत पिछड़ा और अवैज्ञानिक कहा जाता था।
बात सिर्फ विदेशियों की ही नहीं है, हमारे देश में भी ऐसे कई तथाकथित बुद्धिजीवी हैं जो अपने आप को प्रोग्रेसिव या लेफ़्टिस्ट कहने में अत्यंत गर्व का अनुभव करते हैं। ऐसे ही लोग भारतीय संस्कृति के बारे में कुछ भी उल्टा सीधा बोलते और लिखते रहते थे।
पर पिछले एक दशक में बहुत कुछ बदला है। अब तक सिर्फ एक सोच वाले लोग ही भारत को विश्व गुरु मानते थे और भारतीय संस्कृति का गुणगान करते थे पर अब दुनिया के अधिकतर देश यह मानने लगे हैं कि भारत सही मायने में विश्व गुरु है।
आपने देखा होगा कि किस तरह से बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी के पीछे इसी तरह के प्रोग्रेसिव और लेफ़्टिस्ट सोच वाले लोग और पत्रकार लग गए थे कि किसी तरीके से उनको कुछ ऐसी बात पता चल जाए जिससे वह पंडित जी को बदनाम कर पाए। पर सनातन संस्कृति की मजबूती और बजरंगबली के आशीर्वाद से पंडित जी ने इस तरह के अपने सारे विरोधियों को चारों खाने चित कर दिया था, हम सबने यह देखा।
अब हम सनातन संस्कृति के अत्यंत वैज्ञानिक होने का एक और प्रमाण आपके सामने प्रस्तुत कर रहे हैं जिसमें मध्यप्रदेश के इंदौर जिले के महू शहर में रहने वाले पंडित कपिल शर्मा ने परसों यानी सोमवार 20 मार्च 2023 को एक भविष्यवाणी की थी जिसका प्रकाशन हमारे अखबार जियान न्यूज़ ने किया था। इस खबर को 2000 से ज्यादा पाठकों ने पढ़ा और उनमें से बहुत से पाठकों के विचार हम तक पहुंचे। उनमें से अधिकतर लोगों ने इस बात पर आश्चर्य जताया था कि क्या सही में भूकंप जैसी घटना की ज्योतिष के आधार पर भविष्यवाणी की सकती है? तब हमने पं कपिल शर्मा द्वारा हस्तलखित भविष्यवाणी भी उनसे साझा की थी जो यहां भी हम पाठकों के साथ साझा कर रहे हैं: 

पंडित कपिल शर्मा द्वारा हमें भेजी गई हस्तलिखित उक्त भविष्यवाणी 

अब आपको भी विश्वास हो गया होगा कि हमारा ज्योतिष विज्ञान कितना आधुनिक और कितना सटीक है, साथ ही एकदम वैज्ञानिक भी।
यहां हम आपको एक बात और बता दें कि नासा की लैब 50 के दशक में शुरू हुई थी, उसके बाद ही पूरी दुनिया को सूर्य ग्रहण, चंद्र ग्रहण और अन्य खगोलीय गतिविधियों की जानकारी लगने लगी थी। पर हमारे देश में हजारों साल पहले से छोटे से सुदूरवर्ती गांव में बैठे हुए एक पंडित जी भी यह बता देते थे की 100 साल बाद भी किस तारीख को, कितने बजे, कितने मिनट और कितने सेकेंड पर कोई सूर्य ग्रहण या चंद्र ग्रहण होगा। इतने वैज्ञानिक थे हम।
आप में से किसी को भी इस मामले में अगर कोई जानकारी चाहिए तो आप नीचे दिए गए नंबर पर पंडित कपिल शर्मा से संपर्क कर सकते हैं 9630101010




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