ब्राउस में राष्ट्रीय युवा दिवस पर सामूहिक सूर्य नमस्कार का आयोजन

 



*युवाओं को संस्कृति से जुड़ने की प्रेरणा देते हैं विवेकानंद- प्रो. डी.के. शर्मा कुलपति*

महू। भारतीय आध्यात्मिक अस्मिता विश्व में सांस्कृतिक चेतना का प्रवाह करती है। स्वामी विवेकानंद ने विश्व को मानवता का पाठ सिखाया है। विवेकानंद जी ने पूरे विश्व को ‘वसुधैव कुटुंबकम’ यानी पूरा विश्व एक ही परिवार है की सीख दी है। विवेकानंद के विचार सदैव हमें प्रेरणा प्रदान करते हैं। स्वामी विवेकानंद के जन्मोत्सव को हम युवा दिवस के रूप मनाते हैं। उक्त बातें डॉ. बी. आर. अम्बेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डी.के. शर्मा ने योग विज्ञान विभाग तथा विवेकानंद पीठ के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित ‘राष्ट्रीय युवा दिवस पर सामूहिक नमस्कार’ कार्यक्रम में बतौर अध्यक्ष कही।

प्रो. शर्मा ने कहा कि प्रत्येक  विद्यार्थी को स्वामी विवेकानंद जी के मार्ग पर चलकर  शारीरिक, मानसिक एवं अध्यात्मिक विकास की ओर अग्रसर होना आज के समय की आवश्यकता है। स्वामी विवेकानंद ने भारतीय संस्कृति को वेदांत से जोड़ा और और इसे अंतरराष्ट्रीय फलक पर स्थापित किया। सामूहिक सूर्य नमस्कार निरंतर करने से विभिन्न बिमारियों से दूर रहा जा सकता है। हम सभी को योगाभ्यास को निरंतर जारी रखने की भी जरुरत है।

अभ्यास कार्यशाला का संचालन डॉ. संतोष गुजरे द्वारा किया गया। सूर्य नमस्कार सहित विभिन्न योगाभ्यास मीनाक्षी मेहर, राजेश पटेल एवं डॉ. बसंत कुमार शिंदे द्वारा किया गया। धन्यवाद ज्ञापन विभागाध्यक्ष एवं विवेकानंद पीठ प्रभारी डॉ. शीतल झा ने किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता छात्रकल्याण प्रो शैलेंद्र मणि त्रिपाठी प्रदीप कुमार सविता चौहान अरुण कुमार धनराज डोगरे कौशलेन्द्र वर्मा रामशंकर संगीता मसानी समेत  संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, शोध अधिकारी, संकाय, अतिथि विद्वान,  विजिटिंग संकाय, शोधार्थी, विद्यार्थी एवं कर्मचारियों ने योगाभ्यास में भाग लिया। 





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