बहन-बेटियों से बॉलीवुड की फुहड़ता भूत उतारना जरूरी~,। समाज में बढ़ती अश्लीलता के लिए सिनेमा और सोशल मीडिया जिम्मेदार

सीमा-मनीष शर्मा

फिल्मों से मनोरंजन होता है सभी का, लेकिन कुछ फिल्मकार मनोरंजन के साथ-साथ यह हमारी संस्कृति, सभ्यता, यहां तक कि समाज को आघात पहुंचाने का पूरा प्रयास कर रहे हैं। खुद पैसा कमाने और लाइमलाइट में रहने के लिए देश की बहन-बेटियों को ऐसे संकट में डाल रहे हैं, तो क्या इसके खिलाफ आवाज उठाना चाहिए..? आज का समय ऐसा है कि किसी की भी बहन-बेटी कहीं भी सुरक्षित नहीं है। सरकार का इस ओर ध्यान केंद्रित करना बहुत आवश्यक है। नारी सशक्तिकरण के नारे लगते रहते हैं हमारे देश में। आज की नारी सशक्त भी है, फिर भी नारी को असशक्त करने के कई माध्यम, खासकर सिनेमा सबसे अव्वल है। फिल्मी जगत यह ऐसी दुनिया है कि यहां पैसा कमाने के लिए अभिनेत्रियां कोई भी हद पार कर रही हैं। जितने ज्यादा छोटे कपड़े पहन सके अपने आपको ज्यादा लाइमलाइट में लाने के लिए वह कुछ भी करने को तैयार है। आज की अभिनेत्रियां उनके अंदर की प्रतिभा जो एक कलाकार में होती है उसका उतना ज्यादा महत्व नहीं रह गया जितना कि अंग प्रदर्शन का और इन फिल्मी सितारों को ऊंचा उठाता कौन है..? आम जनता, लेकिन अब आम जनता को बहुत जागरूक होने की आवश्यकता है। बहन-बेटियों को अगर सुरक्षित रखना है तो सोशल मीडिया की पूरी दुनिया दीवानी है। सोशल मीडिया के कारण आपसी व्यवहार निभाने का भी आदमी के पास समय नहीं है। इतना सोशल मीडिया में अपने आपको सभी ने उसका आदि बना लिया है। फिल्म अभिनेत्रियां इस तरह के कपड़े धारण करती हैं उससे हमारे समाज में और ज्यादा गंदगी फैलती जा रही है, क्योंकि सोशल मीडिया हर एक व्यक्ति चला रहा है। सोशल मीडिया पर ऐसे-ऐसे वीडियो आते हैं अभिनेत्रियों के से से फोटो आते हैं, उन्हें देखकर जो मन चले, नासमझ, अल्हड़, नशेड़ी ऐसे जो लोग हैं जो सड़कों पर घूमते रहते हैं, ऑटो रिक्शा वाले हैं, जिन लोगों के पास काम नहीं है, वह लोग अपने मोबाइल में ऐसे-वैसे चित्रण देखकर सड़क पर चलने वाली बहन-बेटियों पर गंदी निगाह डालते हैं। यहां तक कि कभी-कभी तो इन अश्लील वीडियो और चित्रों के कारण कई लड़कियां बड़ी विकट परिस्थितियों में आ जाती है। आम जनता को इन फिल्मी जगत की हस्तियों को जो िसरआंखों पर बिठाया है, उनका बायकॉट करना पड़ेगा, उनकी फिल्मों का बायकॉट करना पड़ेगा, क्योंकि यही लोग हमारे समाज में गंदगी फैला रहे हैं। प्रशासन का भी इस ओर कोई ध्यान नहीं है, जबकि इतनी घनघोर अश्लीलता पर रोक लगना चाहिए। ऐसे फोटो-वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड कोई भी नहीं कर सके इसके खिलाफ कार्रवाई होना चाहिए। बहुत बड़ा मुद्दा है यह, क्योंकि फिर आजकल की लड़कियां तो ऐसी फिल्म अपनी अभिनेत्रियों को अपना आइडियल मानती है, उनका अनुसार वस्त्र धारण करना भी शुरू कर दिया है। चाहे हम कितने अच्छे परिवार से हैं, लेकिन लड़कियां भी बहुत ज्यादा एडवांस हो गई है। घर से बकायदा सूट में निकलेंगी और अपने बैग में शॉर्ट ड्रेस रख लेंगी, या फिर अपनी दोस्त के यहां जाकर वह कपड़े बदलकर छोटे-छोटे कपड़े पहन लेगी, लेकिन यह धोखा वह लड़कियां अपने घरवालों को नहीं, स्वयं अपने आपको दे रही हैं। अपने जीवन में आने वाली समस्याओं को निमंत्रण दे रही है। बेटी पढ़ाओ-बेटी बचाओ तो बाद में, पहले यह फिल्मी जगत में जो अभिनेत्रियां इस तरह की अश्लीलता कर रही हैं, उस पर रोक लगना बहुत आवश्यक है। नहीं तो कुछ समय बाद आप अपनी बहन-बेटियों को सुरक्षित नहीं रख पाएंगे। गलत रास्ते पर तो ऐसे भी आज-कल की कुछ लड़कियां चल रही हैं, क्योंकि पाश्चात्य संस्कृति की होड़ में लगी हुई है आजकल की युवा पीढ़ी। सड़क पर चलने वाले मनचले बदमाशों से कैसे आप अपने बच्चों को सुरक्षित रख पाएंगे? प्रशासन को इस ओर ध्यान देना बहुत ज्यादा आवश्यक है और अश्लीलता वाले वीडियो और फोटो पर बिल्कुल बैन लग जाना चाहिए। दिन पर दिन हालात बहुत बिगड़ते जा रहे हैं, जितनी ज्यादा टेक्निकल सुविधाएं बढ़ी हैं, उतना ज्यादा दुरुपयोग फालतू लोग कर रहे हैं और समाज में गंदगी फैला रहे हैं। सभी को इस पर अवश्य विचार कर इस गंदगी को फैलने से रोकना होगा, तभी आगे जाकर बहन-बेटियां सुरक्षित रह पाएंगी। 




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