आंगनवाड़ी केंद्र पर अतिक्रमण या अवैध कब्जा हो तो आगामी तीन दिवस में अवगत कराएँ- कलेक्टर डॉ जैन

आशीष यादव, धार 

आंगनवाड़ी के संचालन में किसी भी प्रकार की समस्या हो,आंगनवाड़ी केंद्र पर अतिक्रमण या अवैध कब्जा हो, मरम्मत के कार्य पेंडिंग हों तो आगामी तीन दिवस में अवगत कराए। सभी आंगनवाड़ी में बच्चों को पसंद आने वाली करवाएँ, पोस्टर भी लगवाएँ । आंगनवाड़ी केंद्र में आगामी 18 जुलाई से 23 जुलाई तक सम्मेलन आयोजित किया जाए। इसमें आंगनवाड़ी को गोद लेने वाले व्यक्तियों को बुलाया जाए। सभी आंगनवाड़ी में बच्चों के लिए खिलौने उपलब्ध रहें। ये निर्देश कलेक्टर डॉ पंकज जैन ने गुरूवार को कलेक्टेªट में आयोजित महिला बाल विकास विभाग की समीक्षा बैठक में दिए। 

बैठक में उन्होंने कहा कि ‘‘हर घर तिरंगा अभियान’’ के लिए आंगनवाड़ी कार्यकर्ता तथा सहायिका के माध्यम से लोगों को अभी से प्रेरित करें। इस कार्य पर फोकस किया जाए। सम्पूर्ण टीकाकरण कार्य की लगातार मॉनीटरिंग की जाए। सीडीपीओ यह सुनिश्चित करें कि उनके अनुभाग के 0 से 5 वर्ष के हर बच्चों का वजन हो। उन्होंने आंगनवाड़ी भवन निर्माण के संबंध में निर्देशित किया कि यदि निर्माणाधीन आंगनवाड़ी भवन में छोटे-छोटे कार्य शेष रह गये हों तो मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत को भी अवगत कराएँ तथा संबंधित सचिव को कार्य पूर्णता हेतु निर्देशित करवायें। उन्होंने कहा कि कार्य में लापरवाही बरतने वाले सीडीपीओ को एससीएन जारी किया जाए। अधिकारी अपने विभाग के सारे पैरामीटर के बारे में अच्छे जाने और उसके अनुरूप कार्य कर प्रगति लाए। 

उन्होंने कहा कि लाड़ली लक्ष्मी योजना में जिन अनुभाग में कार्य बहुत कम हुआ वहॉ पर इस कार्य को प्राथमिकता लेकर किया जाए। आंगनवाड़ी केंद्र में गर्भवती एवं धात्री महिलाओं के सपलिमेंट न्यूट्रीशन की लागतार मॉनीटरिंग करें। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाए कि इन महिलाओं की अनमोल पोर्टल पर इंट्री की गई है। बैठक में उन्होंने प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, एकीकृत बाल विकास सेवा अतर्गत दी जाने वाली सेवाओं के संबंध में चर्चा की जिसमें पोषण स्तार का वर्गीकरण, पूरक पोषण आहार, जांच, मातृ मृत्यु, बाल मृत्यु एवं साथ ही महिला सशक्तिकरण एवं एकीकृत बाल संरक्षण सेवाओं तथा विभिन्न पोर्टल पर प्रविष्ट किये जा रहे डाटा विस्तृत समीक्षा कर अवश्यक निर्देश दिये । कलेक्टर डॉ जैन ने आकांक्षी विकासखंड विषय पर सम्मिलित बिन्दु्ओं की सही जानकारी न होने पर नाराजगी व्यक्त की और परियोजना अधिकारी बाग को तथ्यों की जानकारी न होने से कार्यवाही प्रस्तावित करने के निर्देश दिये । साथ ही निर्देश दिए कि इस विषय पर पृथक से प्रशिक्षण आयोजित कर सम्पूर्ण जानकारी से संबंधितों को अवगत कराया जावे । उन्होंने कहा कि सभी अनुभाग में प्रत्येक बच्चे का सही वजन किया जाना सुनिश्चित करें, आकांक्षी विकासखण्डा के मापदण्डों पर विशेष ध्यान देते हुए इसमें प्रगति लाए। बच्चों के सम्पूर्ण टीकाकरण पर विशेष ध्यान देकर कार्य किया जावे ।बैठक में डीपीओ सुभाष जैन भी उपस्थित थे।


शाला पूर्व शिक्षा केंद्रों के ऑनलाइन पंजीकरण हेतु विस्तृत दिशा निर्देश जारी

जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग ने बताया कि विभाग द्वारा निजी क्षेत्र में पूर्व संचालित एवं नवीन संचालित होने वाले शाला पूर्व शिक्षा केंद्रों के नियमन एवं निगरानी के लिये विभाग के पोर्टल पर पंजीकरण करना अनिवार्य किया गया है। ऑनलाइन पंजीयन सुविधा प्रारंभ होने के पश्चात, पूर्व से संचालित एवं नवीन संचालित हो रहे होने वाले निजी शाला पूर्व शिक्षा केंद्रों के विभागीय पोर्टल पर ऑनलाइन पंजीकरण हेतु महिला एवं बाल विकास विभाग के पोर्टल (mpwedmis.gov.in) पर इन केन्द्रो के पंजीकरण हेतु सुविधा 4 अगस्त से प्रारंभ की गयी है। नवीन शाला पूर्व षिक्षा केन्द्र (पूर्व प्राथमिक शाला) के संचालन के लिए संचालन प्रारंभ करने से पूर्व महिला एवं बाल विकास विभाग के पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर पंजीयन प्राप्त करना होगा। यदि कोई भी संस्था यदि एक से अधिक शाला पूर्व षिक्षा केन्द्र का संचालन करना चाहती है, तो प्रत्येक संस्था हेतु पृथक-पृथक ऑनलाइन आवेदन किया जाएगा। उक्त स्थिति में प्रथम बार में पंजीयन नंबर का ही उपयोग किया जाएगा। अधिक जानकारी के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग से संपर्क किया जा सकता है। 



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