कोरोना के कारण जब सारी दुनिया थम सी गई थी और लोगों में डर था, अविश्वास था, निराशा भी थी. चाहे आम हो या खास सब घरों में कैद थे और एक-एक घंटा, एक-एक दिन जैसा लगता था. कुल मिलाकर देखा जाए तो पूरा संसार अस्त व्यस्त हो गया था पर इंदौर के विजय नगर में 2 शिक्षक, वह भी जो काम ना करने के लिए बदनाम सरकारी शिक्षकों की जमात से थे शिक्षा का एक ऐसा अलग जगह रहे थे जिसके बारे में जैसे जैसे लोगों को पता चलता है उनके आश्चर्य का ठिकाना नहीं रहता है.
आज हमारी इस खबर में विजयनगर स्थित शासकीय माध्यमिक विद्यालय क्रमांक 30 के शिक्षक हिमांशु अवस्थी और रश्मि चौधरी की कहानी बताने जा रहे हैं जिन्होंने अपनी मोहल्ला क्लास में जो नवाचार व प्रयोग किए पूरे प्रदेश के लिए एक नजीर बन गए.
असल में राज्य शिक्षा केंद्र ने सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को व्हाट्सएप से पढ़ाने को कहा पर यह प्रयोग सफल इसलिए नहीं हो पाया क्योंकि उन बच्चों के घरों में स्मार्टफोन नहीं थे. तब मोहल्ला क्लास लगाने के निर्देश आए. उसमें भी शिक्षकों के अंदर उस तरह का उत्साह नहीं दिखा. इसका एक कारण कोरोना भी था
पर इस सब के उलट हिमांशु अवस्थी और रश्मि चौधरी ने अपने बच्चों के घरों के पास का एक गार्डन चुना और वहां पर क्लास लेना शुरू कर दिया. उनकी क्लास की प्रसिद्धि ऐसी फैली कि इंदौर जिले के डीपीसी अक्षय सिंह राठौर भी वहाँ पहुंचे और उन्होंने भी उसकी काफी तारीफ की.
इस बीच अपने देश के सबसे बड़े अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया ने हाल ही में दोनों शिक्षकों की उपलब्धि को अपने अखबार में स्थान दिया. जियान न्यूज़ अखबार का इस खबर को प्रकाशित करने के पीछे यही उद्देश्य है कि एक ओर तो लोगों को यह मालूम चले कि सरकारी शिक्षक भी इतने कर्मठ होते हैं वही दूसरा उद्देश्य है अन्य शिक्षकों को इस खबर के माध्यम से प्रेरित करना.
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