धार महाराज ने दिखाई दरियादिली, गुजरात से बांदा साइकिल पर जा रहे श्रमिकों को कराया भोजन और उनके लिए किए इंतजाम


धार महाराज हेमेंद्र सिंह पवार कल किसी काम से बाहर निकले तो उन्हें अचानक साइकिल पर जा रहे युवकों का एक समूह दिखा। आम दिनों की बात होती तो वह यह मानकर आगे निकल जाते कि हो सकता है यह कोई एडवेंचर लवर्स हो पर चूँकि लाँकडाउन चल रहा है, उन्हें तुरंत समझ में आया कि माजरा कुछ और है।


यह विचार उनके मन में आते ही उन्होंने युवकों को रोका और पूछा तो पता चला कि वे सब गुजरात में सूरत की एक धागा फैक्ट्री में काम करते हैं और लाँकडाउन के बाद वही पर रह रहे थे। पर फैक्ट्री मालिक ने उन्हें मदद करने से मना कर दिया तो वे लोग साइकिल पर ही अपने गांव उत्तर प्रदेश के बांदा के लिए निकल पड़े।


उन लोगों ने यह भी बताया उनके पास ना कुछ खाने पीने का है और ना ही जेब में पैसे। इस पर श्री पवार ने उन्हें अपने साथ आने को कहा और धार पहुंचने पर उन लोगों के लिए प्रशासन के साथ मिलकर खाने-पीने का इंतजाम किया। यही नहीं, श्री पवार ने उन लोगों को अपना नंबर भी दिया और कहा कि रास्ते में कोई भी परेशानी आए तो उन्हें कॉल करें



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