अलीराजपुर में स्वास्थ्य विभाग के विरोध मे समाचार छापने के कारण संदिग्ध मरीज को भी बिना सेम्पल लिए अस्पताल से लौटाया

स्वास्थ्य विभाग के विरोध मे समाचार छापने के कारण संदिग्ध मरीज को भी बिना सेम्पल लिए अस्पताल से लौटाया


चंद्रशेखर आज़ाद नगर। चन्द्र शेखर आज़ाद नगर में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही एक बार फिर सामने आई है। मामला कोरोना महामारी से जुड़ा हुआ है जहाँ सर्दी, जुखाम से पीड़ित पत्रिका प्रतिनिधि यशवंत जैन को स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों के गैर जिम्मेदाराना व्यवहार का शिकार होना पड़ा ।


दरअसल चंद्रशेखर आज़ाद नगर के कोरोना संक्रमित मरीज के संपर्क हिस्ट्री में नगर के पत्रिका प्रतिनिधि भी शामिल है। कोराना संक्रमित मरीज की रिपोर्ट आने के पहले पत्रिका प्रतिनिधि यशवंत जैन ओर कोराना संक्रमित मरीज संपर्क में थे।


इसी बात को ध्यान में रखते हुए यशवंत जैन ने चार दिन पहले कोराना हेल्प लाइन पर इसकी जानकारी दी थी और ये भी बताया था कि उन्हें सर्दी खासी भी हो रही है । स्वास्थ्य विभाग द्वारा भी यशवन्त जैन द्वारा दी गयी जानकारी को नगर के कोरोना संक्रमित मरीज से क्रॉस चेक की गई ।


बुधवार देर शाम स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने यशवन्त जैन को फोन कर अस्पताल आने के लिये कहा। अस्पताल पहुचने पर वहाँ पहले से मौजूद सीएमएच्ओ डॉ प्रकाश ठोके  ने यशवन्त जैन से न सिर्फ बदत्मीजी से बात की बल्कि उन्हें जबरन स्थानीय अस्पताल में भर्ती कर सबक सिखाने की धमकी भी दी। इसका विरोध करने पर उन्होंने ओर बीएमओ मंजुला चौहान ने उन्हें बिना सेम्पल दिए अस्पताल से चले जाने को कहा।


यहा यह बताना लाजमी है कि तीन दिन पहले ही पत्रिका ने सी एम एच् ओ ओर बीएमओ की लापरवाही से जुड़ी खबर पत्रिका में प्रसारित की थी जिसके परिणाम स्वरूप ही विभाग के आला अधिकारियों ने पत्रिका प्रतिनिधि के साथ इस तरह के दुर्व्यवहार किया ,जिसको लेकर स्थानीय पत्रकार संघ ने अपना कड़ा विरोध जताया है।


 पत्रकारों के इस विरोध के स्वर में जिया न्यूज़ अखबार और मालूम मेरे न्यूज़ चैनल भी अपना विरोध दर्ज करता है ऐसे अधिकारियों पर जिले के शीर्ष अधिकारियों द्वारा शीघ्र एवं कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए क्योंकि मीडिया का भी रोल इस कोरोना महामारी से जंग में बहुत अहम है।


टिप्पणियाँ