विशेष विमान से दिल्ली रवाना हुए 105 BJP विधायक, तो कांग्रेस का ये है प्लान

भोपाल. मध्य प्रदेश की राजनीति में विधायकों की पूछ परख बढ़ गई है. अब कांग्रेस (Congress) के साथ-साथ बीजेपी (BJP) को भी टूट-फूट की चिंता सताने लगी है. सूत्रों के मुताबिक विधायक दल की बैठक के बाद बीजेपी ने अपने विधायकों को किसी गोपनीय स्थान पर भेजने का फैसला किया है. सूत्रों के मुताबिक इसके लिए पार्टी कार्यालय के पीछे 5 बसों की व्यवस्था की गई है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक विधायकों को बैठक के तत्काल बाद विधायकों को विशेष विमान स्पाइस जेट SG8 222 से दिल्ली ले जाया गया है, उसके बाद वहां से उन्हें किसी गोपनीय स्थान पर ले जाया जाएगा जो कि यकीनन बीजेपी शासित राज्य होगा. बीजेपी के 105 विधायक दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं. बीजेपी विधायक नारायण त्रिपाठी इस दल के साथ नहीं गए हैं क्योंकि उनकी माताजी का निधन हो गया था. जबकि शिवराज सिंह चौहान पार्टी के किसी काम से रुक गए हैं.

क्या गुड़गांव ले जाए जा रहे हैं बीजेपी विधायक?
बीजेपी के वरिष्ठ नेता गोपाल भार्गव ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि पार्टी के विधायकों को होली मिलन के लिए ले जाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अभी उन्हें ये पता नहीं है कि उन्हें कहां ले जाया जा रहा है. इस बीच खबर है बीजेपी के सभी विधायकों को दिल्ली के पास किसी जगह यानी हरियाणा के गुड़गांव, हिमाचल, उत्तराखंड या बैंगलुरू में किसी ऐसी जगह ले जाया जा सकता है जहां बीजेपी की सरकार हो. सूत्रों के मुताबिक बीजेपी ने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह को इन विधायकों को दिल्ली पहुंचाने और फिर किसी गोपनीय स्थान पर ले जाने की ज़िम्मेदारी सौंपी है.

सरकार बचाने कांग्रेस की ये है रणनीति

कांग्रेस नेता लगातार इस बात के दावे कर रहे हैं कि सरकार को कोई खतरा नहीं है. सूत्रों के मुताबिक पार्टी ने इसके लिए सज्जन सिंह के नेतृत्व में एक 3 सदस्यीय दल को बेंगलुरू भेजने का फैसला किया है. वहीं भोपाल में पार्टी के मौजूदा विधायकों को एकजुट रखने के लिए कांग्रेस ने उन्हें राजधानी भोपाल के ही किसी होटल में सुरक्षित रखने का फैसला किया है. दरअसल कमलनाथ सरकार के समक्ष सबसे बड़ी चुनौती विधायकों का संख्या बल है, जिसके चलते पार्टी जहां एक ओर बेंगलुरू से विधायकों को समझाकर लाने की कोशिश करेगी वहीं मौजूदा विधायकों को सुरक्षित रखना भी बड़ा महत्वपूर्ण कार्य है. यहां ये बात उल्लेखनीय है कि पार्टी ने बेंगलुरू में मौजूद अपने विधायकों को मनाकर लाने की ज़िम्मेदारी सज्जन सिंह वर्मा के अलावा स्थानीय नेता और ऐसे मौके पर कभी कांग्रेस के संकटमोचक रहे डी के शिवकुमार को सौंपी है.


 


 


साभार- न्‍यूज 18


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