सिंधिया सुपरमैन और विशेष दुर्लभ खगोलीय घटना


    एक विशेष दुर्लभ राजनैतिक घटना ने आज की सब विशेषताओं को कवर कर लिया। सिंधिया आज के सुपरमैन घोषित हो गए जिनके पटाक्षेप से होली का आनंद ,ठिठोली और जिज्ञासा में बदल गया।रंग गुलाल घरों  में एक प्लेट में रखे अपने उपयोग को तरसते रहे और आज कैसे चैनलों ने खबरों के रगों की  पिचकारी शुरू  की कि  सब पोलिटिकल रंग में रंगते चले गए ।टीवी के सामने  बैठे लोग जैसे फेविकोल का जोड़ लगा कर बैठ गए थे। इस बीच होली की  गुजिया ,भांग के पकोड़े ,ठंडाई रखे रखे गरमाती राजनीति  से गरमा गई और उधर एक विशेष, एक दुर्लभ खगोलीय घटना  घटी है जो सैकड़ों साल में एक बार हेाती है। आज रात निकला चाँद अनूठा है ।यह चांद फागुन महीने की पूर्णिमा के चलते बड़ा निकला है । इसे भारतीय बड़ा चांद कह सकते हैं लेकिन वैश्विक रूप से इसे सुपरमून की घटना कहा जाता है। 




आप गौर से देखेंगे तो पाएंगे कि चांद रोज की तुलना में कहीं अधिक चमकदार है। इसकी रोशनी इतनी तेज होगी कि पूरी धरती इससे जगमगा उठी। इसका सीधा सा कारण यही है कि उस  क्षण यह पृथ्‍वी के बेहद निकट होगा। जानकारों का कहना है कि होली की रात का चांद जो कि सुपरमून है, वह पूर्णिमा के चांद की तुलना में कहीं अधिक बड़ा रहेगा । यह 14 गुना बड़ा व 28 फीसदी ज्‍यादा चमकदार होगा । शायद  कोई और दिन  तो मार्केट इसको भी भुनाता और यह खरीदें, वह खरीदें, का बाजार गर्म करता .पर सारा बाजार अभी उस सट्टे पर अटका है जिसके चलते यह तय होना है कि ऊंट किस करवट बैठेगा । अटकलों का दौर जारी है ,सरकार रहेगी या जायगी। यह इस समय का सबसे बड़ा सवाल है।  उधर सिंधिया ने आज अपने पिता की जयंती पर उनकी पार्टी और विचारधारा छोड़ कर अपने पिता को श्रद्धांजलि दी या उनका अपमान किया, यह  सवाल भी लोगों को सोने नहीं दे रहा है ,उथल पुथल के इस  संक्रमण काल में कल क्या होगा? जो विधायक बैंगलौर गए थे वे आयंगे या बिक जायेंगे , की चिंता के  बीच बीजेपी के विधायकों को भेड बकरियों की तरह हांकते हुए गाड़ियों में भर कर कहाँ ले जा रहे है ।यह दूसरा सबसे बड़ा सवाल है, देश देख रहा है घर का भेदी कैसे लंका ढहा सकता है ।दुनिया देख रही है यहाँ ईमान कितना सस्ता और निष्ठा कितनी कमजोर  जा रही है।  विचारधारा कुछ भी हो, अभी तो बस में बेसुरे स्वर में गा रहे है रंग बरसे भीगे चुनर वाली ,और एक खास पंक्ति, खाए गोरी का यार बलम तरसे रंग  बरसे ,अब तीसरा बड़ा सवाल यह है कि गोरी का यार कौन है तरसता बालम कौन ?दिल्ली के लिए  विधायको के बीबी बच्चे भय भीत है। टीवी से चिपके हुए हनुमान चालीसा पढ़ रहे है कि बजरंग बलि सकुशल लेते आना, ये रास्ते में बिक ना जाए ?इस देश में  नोटबंदी के बाद भी नोट इतने भरे पड़े है की घोड़ो की खरीद फरोक्त कोई भी कभी भी कर सकता है ,बाजार दिल्ली ,बैंगलोर हो या   भोपाल आज  ज्योतिरादित्य ने अपनी ज्योति एसी  दीप्त की कि आदित्य भी बादलों में छुप गये और बेमौसम बरसात भी हो गई। रात आधी हो गई, पर घर घर टीवी पर आज की होली गीत सुनते सुनते  कान पक गए,  सिरदर्द कर रहा है। पर किसी थ्रिल फिल्म का क्रेज अब भी बना हुआ है। उधर आसमान में आज दुर्लभ सुपर मून तरस रहा है कोई उसके दीदार करे। पर सब टीवी से चिपके है ,कह रहे है एसा सूपरमैंन सिंधिया ही हो सकता था क्योंकि जो कल तक कह रहे थे माफ़ करो महाराज ,आज कह रहे है आप हमारे सरताज .



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