महू: युवा उम्र में ही दिल और मधुमेह विशेषज्ञ के रुप में ख्याति पाने वाले डॉ. विवेक दुबे (एमडी मेडिसन) ने काम की अधिकता से खिन्न होकर चिकित्सा व्यवसाय छोड़ने का मन बना लिया और बकायदा व्हाट्सअप पर ये घोषणा करके वें यहाँ चर्चा का विषय बन गए।
यूँ डॉ दुबे शौकिया फोटोग्राफर हैं और उन्हें प्रकृति और पशु पक्षियों के चित्रों को कैमरे में क़ैद करने में आनंद आता है। पिछले दिनों उन्हें दिल का दौरा भी आया। उसके बावजूद वे चिकित्सा व्यावसाय में डटे रहे। उल्लेखनीय है कि महू में दिल के रोगी रहे डॉ. सुमन अग्रवाल की अकस्मात् मौत के बाद डॉ विवेक दुबे पर कार्य का भार आन पड़ा। इससे वे न तो परिजनों को समय दे पा रहे थे और न ही अपनी शौकिया फोटोग्राफी को। अपने ही व्यावसाय में वे अपने आप में घुटन महसूस कर रहे थे। कल रात उन्होंने व्हाट्सअप पर सूचना देकर अपने हितैषियों और मरीजों को चौंका दिया कि वे आगामी अप्रैल माह के शुरु दिन से चिकित्सा सेवा त्याग रहे हैं। उनसे जब पूछा गया कि आप युवा हैं और आपकी सफलतम निजी प्रेक्टिस भी है, ऐसे में आप का फैसला क्या न्यायसंगत होगा? इस पर डॉ विवेक दुबे कहते हैं कि परिवार से बढ़कर कुछ नहीं होता। मैं अपनी माँ को ८-८ घंटे भी नहीं देख पाता था और सुबह से लेकर आधी रात तक अस्पतालों और डिस्पेंसरी में ही खोकर रह जाता था। अब मैं चिकित्सा सेवा से मुक्त होकर केवल प्राकृतिक वातावरण की फोटोग्राफी ही करुंगा
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