SDM ही निकला आरोपी

छतरपुर। छतरपुर के विवादित एसडीएम अनिल सपकाले द्वारा अपने ऊपर कराए गए हमले को लेकर गिरफ्तार कर लिया गया है । कमिश्नर सागर संभाग आनंद शर्मा ने सपकाले को सस्पेंड कर दिया है। 


छतरपुर में आज आज पुलिस अधीक्षक छतरपुर तिलक सिंह द्वारा खुलासा करते हुए बताया कि छतरपुर एसडीएम सपकाले के द्वारा स्वयं अपने ऊपर हमला कराने की भूमिका रची गई थी जिसकी व्यवस्था छतरपुर के जाने-माने शिक्षा व्यवसायी कृष्णा यूनिवर्सिटी के चेयरमैन पुष्पेंद्र गौतम ने इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। घटना के 1 दिन पूर्व अनिल सपकाले और पुष्पेंद्र गौतम के द्वारा सर्किट हाउस में बैठकर घटना की प्लानिंग की गई थी। इसकी सारी भूमिका बनाई गई और वहीं बैठ कर पुष्पेंद्र गौतम ने हमलावरों को तैयार करने की व्यवस्था की जिसमें भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा का नेता जावेद अख्तर भी शामिल है। हमले में जिन लोगों ने अनिल सपकाले पर हमला किया उनमें अमित सिंह परमार, अर्जुन श्रीवास, सतीश सोनी, शामिल थे। इनको आज पुलिस अधीक्षक द्वारा न्यायालय में पेश करने से पूर्व मीडिया के समक्ष पेश किया जिसमें पुष्पेंद्र गौतम, जावेद अख्तर, अमित सिंह परमार, अर्जुन श्रीवास, सतीश सोनी शामिल थे। वही छतरपुर एसडीएम अनिल सपकाले को पुलिस अभिरक्षा में लेकर सर्किट हाउस में ही पूछताछ चल रही है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि छतरपुर एसडीएम का मोबाइल जप्त कर लिया गया है जिससे कई बड़े चौंकाने वाले खुलासे होंगे। पूछताछ करने के उपरांत संभवत कल एसडीएम को मुख्य साजिशकर्ता के रूप में न्यायालय में पेश किया जाएगा। छतरपुर एसडीएम अनिल सपकाले को धारा 120 बी का मुल्जिम बनाया गया है। 


क्यों दिया घटना को अंजाम


एसवीएन यूनिवर्सिटी के डायरेक्टर अभय सिंह भदोरिया एवं कृष्णा यूनिवर्सिटी के चेयरमैन पुष्पेंद्र गौतम के बीच लंबे समय से व्यावसायिक प्रतिद्वंद्विता चल रही है। जिसको लेकर पुष्पेंद्र गौतम अभय सिंह भदौरिया से व्यवसायिक बुराई रखता था जिसको लेकर उसने पूर्व से परिचित एसडीएम अनिल सपकाले को अभय सिंह भदोरिया के पीछे परेशान करने के लिए लगवाया और अनिल सपकाले के द्वारा कदारी मौजा में स्थित अभय सिंह भदोरिया की जमीन को शासकीय जमीन घोषित कराते हुए अभय सिंह भदौरिया पर धारा 420 सहित अन्य धाराओं में मामला सिविल लाईन थाना छतरपुर में दर्ज कराया गया। जिस पर अभय सिंह भदोरिया द्वारा मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट छतरपुर के समक्ष जमानत आवेदन प्रस्तुत किया जिस पर मुख्य न्यायाधीश मजिस्ट्रेट छतरपुर द्वारा अभय सिंह भदौरिया को पूर्व में जमानत दे दी गई थी। जिस से बौखला कर पुष्पेंद्र गौतम और एसडीएम अनिल सपकाले के द्वारा अभय सिंह भदोरिया को फंसाने की नियत से यह सारा खेल खेला। लेकिन एसडीएम और पुष्पेंद्र गौतम शायद यह भूल गए थे कि कानून के हाथ कितने लंबे होते हैं और वह अपने ही बिछाए जाल में स्वयं फस गए।


पुलिस अधीक्षक छतरपुर द्वारा अपराध में प्रयुक्त कट्टा, कारतूस, वेसवाल का बैट, दो लाठी भी जप्त की गई ।इस संपूर्ण कार्रवाई का खुलासा करने के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक छतरपुर जयराज कुबेर के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई थी जिसने मात्र तीन दिवस में ही सारे मामले का खुलासा कर दिया।


पुलिस कल कोर्ट में पेश कर सकती है एसडीएम अनिल सपकाले को


पुलिस अधीक्षक तिलक सिंह ने बताया कि छतरपुर एसडीएम अनिल सपकाले को धारा 120 बी के तहत मुलजिम बनाकर पुलिस कस्टडी में पूछताछ की जा रही है। पूछताछ के उपरांत उन्हें गिरफ्तार कर संभवत कल न्यायालय में पेश किया जा सकता है। क्योंकि इस सारे घटनाक्रम में अनिल सपकाले, पुष्पेंद्र गौतम और जावेद अख्तर के बीच हुई बातचीत की जो कॉल डिटेल सामने आई है उससे स्पष्ट हो गया है कि मुख्य साजिशकर्ता छतरपुर एसडीएम अनिल  सपकाले ही है।


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