आज सुबह महू के महेश्वरी विद्यालय स्थित सभागार में रेलवे के सीटीआई राकेश दुबे के विदाई समारोह में शामिल होने आए एनएफआईआर के राष्ट्रीय महासचिव श्री राघवय्या ने पत्रकारों से रेलवे के निजीकरण, निजी ट्रेनों के संचालन और रेलवे के खराब दौर से गुजरने जैसे मामलों पर विस्तार से चर्चा की I
इस दौरान उन्होंने कहा की रेलवे इस समय जिस दौर से गुजर रही है वह सबसे खराब दौर है और उसका कारण सरकार की हठधर्मिता तथा ट्रेड यूनियनों के सुझावों को नजरअंदाज करना भी हैI
उनका कहना है की रेलवे ने 170000 करोड़ एलआईसी से इंफ्रास्ट्रक्चर को सुधारने, स्पीड बढ़ाने, सेफ्टी बढ़ाने जैसे मुद्दों पर उधार लिया था पर आज इतना समय बीत जाने के बाद भी कुछ भी धरातल पर नहीं दिख रहा है I
रेलवे की फायदे में चलने वाली रेल कोच फैक्ट्री को प्राइवेट कंपनियों को बेचने की पूरी तैयारी है और बिल्कुल तत्पर भी है जबकि इन फैक्ट्रियों में जो कोच तैयार होते हैं वह आयात किए जाने वाले कोचों से लागत में एक तिहाई ही होते हैं I
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