मध्य प्रदेश के डीजीपी वीके सिंह ने गुरुवार को स्मार्ट पुलिसिंग की समीक्षा की। उन्होंने डीआरपी लाइन पर पुलिस दरबार लगाया और एक-एक कर पुलिसकर्मियों से उनकी समस्याओं को जाना। उन्होंने कहा कि फील्ड में, सड़क पर स्मार्ट पुलिसिंग करने वाले जवानों को क्या परेशानी आती है, इस संबंध में उसने बात की गई। इसके अलावा भी जवानों ने अपनी समस्याएं रखीं, जिन्हें जल्द ही दूर किया जाएगा। धार जिले के मनावर की घटना पर कहा कि समाज को हिंसात्मक भीड़ का हिस्सा नहीं बनना चाहिए।
डीजीपी ने इंदौर पुलिस की सराहना की। कहा- इंदौर पुलिस अच्छा काम कर रही है। भू-माफियाओं से लेकर तमाम अपराधों पर नकेल कसी गई है। उनका इंदौर आने का मकसद बेहतर पुलिसिंग, पुलिस के सामाजिक दायित्व और पुलिस अपने स्वास्थ्य का खुद ख्याल रखें.. यह था। डीजीपी ने अपराधों की समीक्षा के साथ पुलिस के कार्यों की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा- इंदौर पुलिस ने 3 हजार वाहनों की नीलामी की है। आर्म्स और ड्रग्स मामले में इंदौर पुलिस ने कई माफियाओं को गिरफ्तार किया है।
पुलिसकर्मियों की समस्याओं को जाना
डीजीपी ने डीआरपी लाइन में पुलिस दरबार लगाया। पुलिसकर्मियों से चर्चा कर उनकी समस्याओं को जाना। सिंह ने कहा- पुलिसकर्मियों ने क्वॉर्टर, मकान, अस्पतालों में बेहतर इलाज, मांगलिक भवन, छुट्टी आदि समस्याओं को रखा। उन्होंने पुलिसकर्मियों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाने की बात कही। आईफा को लेकर कहा कि यह गर्व की बात है कि इतना बड़ा आयोजन हो रहा है। यह इंदौर पुलिस के लिए चुनौती भरा रहेगा।
मनावर की घटना दुखद
मनावर की घटना पर अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि समाज को किसी भी फैली अफवाह को लेकर पहले सोचना होगा। पुलिस इस तरह के अपराधों को लेकर काम करेगी, जिससे इसमें कमी लाई जा सके। समाज बिना देखे, बिना सोचे समझे इस प्रकार की हिंसात्मक भीड़ का हिस्सा ना बने। पुलिसकर्मियों की यदि लापरवाही सामने आती है तो कार्रवाई की जाएगी। वीडियो में दिखाई दे रहे आरोपियों को गिरफ्तार किया जा रहा है। डीजीपी, डीआईजी के साथ घायलों से मिलने अस्पताल भी पहुंचे।
addComments
एक टिप्पणी भेजें