महू : महू के स्थानीय डाक बगले में पत्रकार वार्ता रखी गई जिसमें भाजपा सरकार के 11 सालों की उपलब्धियों का ढिंढोरा पत्रकार वार्ता में पीटा गया। पत्रकारों का सम्मान भी नेताओं द्वारा किया गया, जिसके समाचार पत्रों में चित्र भी प्रकाशित हुए। देखा जाए तो राजनेताओं द्वारा पत्रकारों का सम्मान किया जाना अच्छी बात है। लेकिन पत्रकारों द्वारा उठाए गए मुद्दों में महू विधान सभा के सबसे बड़े अस्पताल में जो दिल को दहलाने व मानवीयता को कलंकित करने वाली घटनाओं पर किसी ने कोई सवाल नहीं उठाए गए। डॉ. अंबेडकर की जन्म स्थली तथा डॉ अंबेडकर के नाम से संचालित अस्पताल जिसमे आऐ दिन होने वाली घोर लापरवाहीयों, कारगुज़ारीयों का बखान मय चित्र, विडियो ग्राफी के साथ सभी समाचार पत्रो में प्रमुखता के साथ छापा जाता है। इतना सब कुछ होने के बाद भी जिम्मेदारों के खिलाफ कोई कार्य वाही नहीं होना, इस बात का इतिहास गवाह है। अन्याय अत्याचार करने वालों का वध हुआ है। डॉ. अंबेडकर विचार मंच के अध्यक्ष राजेश तंबोली ने अंबेडकर अस्पताल में विगत दिनों हुई नवजात शिशु के शव को कुत्तो द्वारा नोचा जाने वाली घटना बाबा साहब के नाम को कलंकित करने वाली निरुपित करते हुए घोर निंदा की है। राजेश तंबोली ने अस्पताल प्रभारी डॉ एच.आर. वर्मा जो, कि इतनी बड़ी घटना की जानकारी ओर तथ्यों को छिपाने की घोर निंदा करते हुए और उन्हें तत्काल प्रभाव से हटाने के साथ ही मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है। राजेश तंबोली ने कहा, कि जन प्रतिनिधियों के बार बार आदेश ओर निर्देशों नियमों को ताक में रख कर प्रबंधक निडर होकर अपनी मनमानी तरीके से कार्य करते है। जिसके कई उदाहरण हैं। अन्य चिकित्सक व कर्मचारी तक इनकी नहीं सुनते है। इनकी पकड़ इतनी मजबूत है, कि इनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं होती है। ये जब चाहे अपनी पत्नी डॉ. सीमा सोनी को इस्तीफे के बाद भी सर्विस में रखवा लेते है। इससे यह साबित होता है, कि इनकी राजनीति पकड़ बहुत मजबूत है। आज भी यह अस्पताल अन्य अस्पतालों में शासन द्वारा मिलने वाली सुविधाओं से वंचित है। गहन चिकित्सा ईकाई आई सी यू यूनिट जिसके पलंग व उपकरण सब है जंग, व धुल खा कर खराब हो गए है। लेकिन डॉक्टर और स्टाफ के कारण कुछ भी नहीं हुआ। पुलिस चौकी बार बार मांग करने पर भी आज तक नहीं बनी,जो कि बहुत आवश्यक है। एम.एल.सी.,पी.एम.और सुरक्षा की कमजोरी की वजह से रात को असामाजिक तत्व, शाराबियों की अड्डा बन जाता है। आए दिन चिकित्सकों के साथ भी मारा पिटी होती रहती है। राजेश तंबोली ने मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर डॉ अंबेडकर के नाम से संचालित अस्पताल में व्याप्त अवस्थाओं को सुधारने की मांग की है। अन्यथा डॉ अंबेडकर विचार मंच द्वारा चरण बद्ध आंदोलन किया जाएगा। जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।
addComments
एक टिप्पणी भेजें