हाईवे पर गोली मारकर लूट करने वाले तीन आरोपी गिरफ्तार, इलेक्ट्रॉनिक शोरूम के संचालक की पत्नी निकली घटना की मास्टर माइंड, हत्या करने के लिए आए थे आरोपी, घटना के बाद प्रॉपर्टी के कागज लूटने का था प्लान

आशीष यादव, धार 

ग्राम धामनोद के एबी रोड पर इंदौर के शोरूम संचालक को गोली मारने के मामले में पुलिस को सफलता मिल गई हैं, पुलिस ने इस मामले में दो महिलाओं सहित कुल तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। हालांकि आरोपियों तक पहुंचने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत का सामना करना पडा। क्योंकि घटना के दौरान षडयंञ की मास्टरमाइंड आरोपी महिला घायल के साथ मौजूद थी, जिसने पुलिस को अपना नाम भी गलत बताया था। इधर जांच के दौरान सीसीटीवी कैमरों में आरोपी वाहन लेकर फरार होते हुए कैमरे में कैद हो गए थे, जिसके बाद पुलिस टीम आरोपियों की जानकारी जुटाने इंदौर पहुंची तो आरोपियों के द्वारा किराये का मकान ढूंढने की जानकारी सामने आई। ऐसे में पुलिस ने तुरंत आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया तथा घटना में प्रयुक्त कटटा, लूटे गए मोबाइल को जब्त कर लिया है। 

मकान के सौदे के बीच चली थी गोली  

पूरे मामले की जानकारी गुरुवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में एडिशनल एसपी देवेंद्र पाटीदार ने दी। पाटीदार के अनुसार बाणगंगा इंदौर निवासी विनोद साहू अपनी दूसरी पत्नी सपना साहू के साथ मकान के सौदे के लिए ब्रोकर राजेश व उसकी साथी रेण शर्मा के साथ इंदौर से खरगोन की ओर 2 जुलाई को दोपहर के समय जा रहे थे, तभी रास्ते में महिलाओं ने शौच के लिए गाडी रुकवाई। इसी बीच राजेश ने अचानक गोली मार दी, जिसके कारण विनोद को गोली कंधे पर लगी। हालांकि विनोद तुरंत गाडी से उतरा व बचने के लिए दौड़ लगा दी, इसी दौरान आरोपी राजेश व रेणु चार पहिया वाहन लेकर मौके से फरार हो गए। सूचना पर धामनाेद पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच शुरु की। जिसमें सीसीटीवी फुटैज के आधार पर आरोपियों के फोटो क्लीयर हुए, जिसके बाद इंदौर के ग्राम दुधिया से ब्रोकर राजेश उर्फ नवल पिता नारायण उम्र 43 साल व रेणु उर्फ रेणुका पति विनोद को गिरफ्तार किया गया। जिन्होंने पूछताछ में सपना साहू का नाम बताया, जिसे भी पुलिस ने अरेस्ट कर लिया। इस दौरान एसडीओपी राहुल खरे, टीआई राजकुमार यादव मौजूद थे। 

जान से मारने की थी प्लानिंग 

आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि सपना साहू ने हत्या करने की साजिश रची थी। आरोपी ने सपना ने रेणुका को मकान खरीदार की बेटी बनाकर मिलवाया था तथा राजेश को प्रॉपर्टी का ब्रोकर बताया था, इसके बाद एडवांस की बयाना राशि लेने के लिए ही आरोपी विनोद को खरगोन लेकर जा रहा थे। आराेपियों के अनुसार सपना साहू ने विनोद को जान से मारने की प्लानिंग की थी तथा हत्या के बाद प्रॉपर्टी के कागज लूटने की योजना था। किंतु घटना के दाैरान विनोद को कंधे पर गोली लगी, जिसके कारण वह बच गया था। इधर पुलिस की जांच के दौरान यह भी बात सामने आई कि आरोपी सपना के कहने पर ब्रोकर ने अपना नाम नवल सिंह की जगह राजेश व महिला रेणुका ने रेणु शर्मा नाम बताया था। 

मास्टरमाइंड सपना आदतन अपराधी 

एएसपी पाटीदार ने बताया कि सपना साहू ने पूछताछ में कबूल किया कि वर्ष 2013 में विनोद साहू से उसने दूसरी शादी की थी, उस समय विनोद की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। जिसके कारण सपना ने वित्तीय सहायता कर पति के व्यापार में सहयोग किया था। किंतु पिछले दो सालों से विनोद साहू सपना की ओर ध्यान नहीं दे रहा था तथा पहली पत्नी के साथ रहने लगा था। इसी बात से नाराज होकर सपना ने हत्या करने की योजना बनाई थी। धार पुलिस ने तीनों आरोपियों के अपराधों की जानकारी निकाली तो सपना साहू आदतन अपराधी निकली। महिला सपना पर धोखाधडी, अपहरण, जालसाजी जैसे कुल 6 प्रकरण दर्ज है। साथ ही नवलसिंह पर लूट, डकैती जैसे गंभीर प्रवृत्ति के कुल 9 प्रकरण दर्ज है। अब तीनों आरोपियों को कोर्ट के समक्ष पेश कर जेल भेजा जाएगा। आरोपियों को गिरफ्तार करने की कार्रवाई उनि नारायण रावल, हिना कनेश, प्रआर मनीष चौधरी, आरक्षक प्रशांत का महत्वपूर्ण योगदान रहा।



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