श्री सांवरिया सेठ अट्ठारह महापुराण समिति द्वारा निकाली गई शोभायात्रा, त्रिमूर्ति नगर में जगह-जगह किया स्वागत

आशीष यादव, धार

श्री सांवरिया सेठ अट्ठारह महापुराण समिति द्वारा संगीत में अट्ठारह महा पुराणों का भव्य आयोजन की संख्या में प्रथम ब्रह्म पुराण का शुभारंभ प्रसिद्ध कथा वाचक पंडित रमाकांत जी व्यास के द्वारा प्रारंभ किया गया 18 पुराणों की इस श्रंखला में प्रथम ब्रह्म पुराण के आयोजन शुभारंभ से पूर्व श्री सांवरिया सेठ मंदिर त्रिमूर्ति नगर धार पर श्री सांवरिया सेठ का महा अभिषेक वैदिक मंत्रोच्चार द्वारा पंडित रमाकांत व्यास के द्वारा करवाया गया तत्पश्चात कलश यात्रा प्रातः 10:00 सांवरिया सेठ मंदिर त्रिमूर्ति नगर धार से प्रारंभ हुई जिसमें सैकड़ों की तादाद में त्रिमूर्ति नगर वासियों धर्म प्रेमी जनता ने भाग लिया पंडित अशोक मनोहर जोशी ने बताया कि शोभायात्रा में श्री डॉक्टर अशोक शास्त्री , स्वयं प्रकाश जी सोनी , हिंदू नेता अशोक जैन, विट्ठल जी गर्ग उद्योगपति , एवं दशरथ जी सिग्गा अश्विनी चौहान रितेशशर्मा ओम शर्मा ,नरवरिया ,जोशी केमल दुबे,पंडित अश्विनी कुमार एवं अन्य कालोनी वासीलोगों के साथ-साथ त्रिमूर्ति नगर रहवासियों के अलावा अखिल भारतीय ब्राह्मण संघ की अध्यक्ष मीना दुबे , सोनिया जोशी , श्रीमती स्वयं प्रकाश सोनी , श्रीमती जोशी , अधिवक्ता शसतीश सोनी , एवं नगर की अन्य महिलाओं ने सिर पर कलश धारण किया , अट्ठारह महापुराण समिति के अध्यक्ष स्वयं प्रकाश सोनी के द्वारा तथा अट्ठारह महापुराण के मुख्य यजमान एवं सहयजमान के द्वारा आज श्री सांवरिया सेठ का अभिषेक किया गया शोभायात्रा के पश्चात आज कथा का समय शाम 4:00 से 6:00 तक रखा गया , आरती स्वयं प्रकाश सोनी एवं वरिष्ठ सदस्य पंडित अशोक मनोहर जोशी के परिवार द्वारा की गई उक्त जानकारी समिति के सदस्य सतीश सोनी के द्वारा दी गई 

आजनिकाली गई शोभायात्रा का त्रिमूर्ति नगर में जगह-जगह पुष्प माला

एवं पुष्पगुच्छ उड़ा कर यात्रा का भव्य स्वागत किया गया शोभा यात्रा में पंडित रमाकांत जी व्यास के अतिरिक्त ब्रह्म पुराण कथा आरंभ होने से पंडित अनिरुद्ध जोशी को ब्रह्मा का रूप बनाया गया एवं बाल ब्रह्मा के रूप में पंडित रमाकांत जी व्यास के साथ शोभायात्रा में रथ पर बिठाया गया शोभा यात्रा का पुष्प वर्षा एवं फूल मालाओं से जगह जगह स्वागत किया गया । कथा आज शाम 4:00 बजे से 6:00 बजे तक आयोजित की गई कल से कथा का समय दोपहर 1:30 बजे से शाम 5:00 बजे तक रहेगा । डॉ अशोक शास्त्री ने समस्त धर्म प्रेमी जनता से निवेदन किया गया है कि प्रथम बार हो रही इस महापुराण में तन मन धन से सहयोग कर अपने पूर्वजों के ऋण से पूर्ण होने का लाभ उठावे तथा अधिक से अधिक संख्या में अपने इष्ट मित्रों एवं परिवार सहित पधार कर कथा का लाभ लेवे । 



टिप्पणियाँ