अलीराजपुर जिले भर में धूमधाम से मनाया गया क्रिसमस का त्योहार~ यशवंत जैन

 क्रिसमस पर जिले के 13 चर्चों में एक साथ एक समय पर मनाया गया बालक येषू का जन्मदिवस, जिला मुख्यालय पर कैथोलिक चर्च के साथ 3 अन्य स्थानों पर हुई प्रार्थना सभा

प्रभु के संदेश का समाजजनों को करवाया गया श्रवण

चर्च प्रांगण में सुंदर एवं आकर्षक झांकी के साथ पूरे परिसर में की गई आकर्षक विद्युत सज्जा

झाबुआ। इस वर्ष क्रिसमस पर्व पर जिले में कुल 13 चर्चों में एक साथ एक समय पर 24 दिसंबर, शुक्रवार देर शाम 7.30 बजे से रात 10 बजे प्रार्थना सभा एवं प्रभु के संदेश का वाचन कैथोलिक डायोसिस से जुड़े फादरगणों द्वारा समाजजनों को करवाया गया। बाद समाजजनों ने एक-दूसरे को क्रिसमस और नववर्ष की शुभकामनाएं प्रेषित की। जिला मुख्यालय झाबुआ पर कैथेालिक चर्च परिसर सहित 3 अन्य स्थानों पर कार्यक्रम का आयोजन हुआ। चर्च प्रांगण में सजी सुंदर एवं आकर्षक झांकी को लोगांे ने निहारा। वहीं पूरे चर्च प्रांगण को भी रात्रि में आकर्षक विद्युत सज्जा से जगमग किया गया।

जानकारी देते हुए कैथोलिक डायोसिस झाबुआ के पीआरओ फा. रॉकी शाह ने बताया कि इस बार कोविड के तीसरी लहर के बढ़ते प्रकोप के चलते शासन-प्रशासन के नियमों का पालन करते हुए प्रार्थना सभा स्थलों के लिए विभिन्न स्थानों का चयन किया गया, ताकि समाजजनों की एक ही स्थान पर पूरी भीड़ ना लगे। जिला मुख्यालय पर स्थानीय कैथोलिक चर्च के साथ दिलीप गेट स्थित ज्योति भवन, मदर टेरेसा आश्रम के अतिरिक्त एक अन्य स्थान पर 24 दिसंबर की रात प्रार्थना सभा हुई। कैथोलिक चर्च प्रांगण में शाम ठीक 7.30 बजे चर्च प्रांगण में नव-निर्मित हो रहीं चर्च से बालक येशूजी को हाथ में उठाकर घंटियों की आवाज के साथ फा. हैनरी टिग्गा, फा. माईकल मकवाना एवं फा. प्रताप बारिया द्वारा कैथोलिक मिशन स्कूल के परिसर में मंच पर लाया गया। बाद यहां मंच के पास सजी गौशाला में विराजित किया।

प्रभु के संदेश का वाचन कर सामूहिक प्रार्थना करवाई

तत्पश्चात् फा. हैनरी टिग्गा ने प्रभु के संदेश का क्रमवार वाचन किया। जिसमें बताया कि प्रभु येशू ने मानव के रूप में जन्म लेकर देश और दुनिया को शांति तथा भाईचारे का संदेश दिया। प्रभु का जन्म इस धरती पर मानव के कल्याण के लिए हुआ। बाद फा. माईकल मकवाना ने समाजजनों को क्रिसमस की विशेष प्रार्थना करवाई। इस बीच सुंदर संगीतमय गीतों की प्रस्तुति युवा आनंद खड़िया, जेरोम वाखला एवं उनकी पूरी टीम ने दी। प्रार्थना सभा में समाज के सभी महिला-पुरूषा, युवा बच्चें, बड़े और बुर्जुगों ने मास्क पहनकर सम्मिलित होकर और सोशल डिस्टेनसिंग के साथ प्रभु का संदेश का श्रवण करने के साथ प्रार्थना सभा में भी दूरी बनाकर खड़े रहकर प्रार्थना के दौरान ईश्वर से विश भी मांगी।


फादरगणों द्वारा समाजजनों को आशीष प्रदान किया गया। अंत में सभी के प्रति आभार फा. प्रताप बारिया ने व्यक्त मानते हुए समाजजनों को क्रिमसस के महत्व के बारे में जानकारी देते हुए आवश्यक सूचनाओं को भी साझा किया। समापन पर सभी ने बालक येशूजी का चुंबन कर उनके दर्शन किए। संगीतमय गीतों के बीच कार्यक्रम का समापन हुआ। अंत में सभी ने एक-दूसरे को ‘मेरी क्रिसमस कहा और हैप्पी न्यू ईयर अर्थात नए वर्ष की बधाई प्रेषित की।

झांकी के किए दर्शन

अगले दिन 25 दिसंबर, शनिवार को सुबह 8 बजे पुनः मिस्सा पूजन एवं प्रार्थना हुई। 25 दिसंबर को नववर्ष पर समाजजनों द्वारा एक-दूसरे के जाकर शुभकामनाएं देने के साथ घरों पर केक भी काटा गया तथा मेहमान नवाजी का भी दौर चला। 24 एवं 25 दिसंबर दोनो दिन चर्च परिसर में सजी सुंदर झांकी के सैकड़ों लोगों ने पहुंचकर दर्शन किए। झांकी में बालक येशू के जन्म से लेकर अब तक का पूरा वृंतात बताया गया। बाजारों में बच्चों के खिलौनों, स्वल्पाहार आदि की भी दुकाने लगी, जहां भीड़ देखने को मिली।

फोटो 001 -ः झाबुआ के कैथोलिक चर्च परिसर पर की गई आकर्षक विद्युत सज्जा।

फोटो 002 -ः चर्च परिसर में सजी सुंदर झांकी को निहारते लोग।

फोटो 003 -ः कैथोलिक चर्च में आयोजित कार्यक्रम में समाजजनों को बालक येशू के दर्शन करवाते फादरगण।

फोटो 004 -ः विशेष प्रार्थना में शामिल समाजजन।

फोटो 005 -ः कार्यक्रम के बीच-बीच में सुंदर संगीतमय गीतों की भी प्रस्तुति दी गई।

फोटो 006 -ः समापन पर बालिकाओं ने एक-दूसरे को क्रिसमस और नववर्ष की शुभकामनाएं दी।






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