लोकायुक्त अधिकारी बनकर फोन किया, नप इंजिनियर दीपक चौरे को कर रहे थे ब्लेक मेल

*_लोकायुक्त अधिकारी बनकर फोन किया_*
*_नप इंजिनियर दीपक चौरे को कर रहे थे ब्लेक मेल_*
*_फरियादी ने लोकायुक्त में दिया आवेदन_*
*_मोबाईल नम्बर और रिकार्डिंग की जाँच के बाद पुलिस ने की कार्यवाही_*
*_दो आरोपियों को उठाया पुछताछ जारी_*
*धामनोद।* लोकायुक्त के पत्र प्राप्त होने के तीन माह बाद पुलिस ने प्रकरण दर्ज करने के बाद तत्काल कार्यवाही करते हुए मोबाईल नम्बरों 8964011898 एवं 9977640011 से आई फर्जी काॅल की रेकार्डिंग की जाँच के बाद दो लोगों को उठाया। पुलिस ने इस मामले में धामनोद के एक मोबाईल सीम धारक व्यक्ति धर्मेन्द्र कुशवाह और धार के सहयोगी जिसने लोकायुक्त अधिकारी बनकर बात की उसे उठा लिया है।
          जानकारी के अनुसार पुलिस ने तुरन्त रिपोर्ट लिखने के तुरन्त बाद नगर के एक व्यक्ति को उठाया और उसकी निशानदेही पर जिसने लोकायुक्त अधिकारी बनकर नप के इंजिनियर से बात कर ब्लेक मेल करने की कोशिश की उसे धार से गिरफ्तार कर लिया है। धार से उठाये आरोपी के बारे में जानकारी देते हुए थाना प्रभारी दिलीपसिंह चौधरी ने बताया कि यह विनयसिंह नामक व्यक्ति पहले पुलिस विभाग में कांस्टेबल के पद पर धार के अजाक थाने में पदस्त था। सन् 2014 में भ्रष्टाचार के मामले में लोकायुक्त टीम द्वारा इसे पकड़ा था। उसके बाद मामले में उसे विभाग द्वारा बरखास्त कर दिया था। उससे फिलहाल पुछताछ की जा रही है।
पुछताछ में और भी आरोपी हो सकते हैं -
फिलहाल दो आरोपी अभी गिरफ्त में आये हैं। मामले की गंभीरता से पुछताछ की जावेगी जिसमें और भी कई खुलासे हो सकते हैं। इसके द्वारा और भी कितने लोगों को फर्जी काॅल कर अवैध वसूली की गई है। इसके और कितने लोगों इसके सम्पर्क में जुड़े हुए हो सकते हैं। पुलिस विभाग में कांस्टेबल के पद पर रहा व्यक्ति काॅफी चालाक है इतनी आसानी से खुलासे नहीं करेगा।


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