6 घण्टे इंतजार के बाद जननी वाहन नहीं पहुंचा , नवजात की मौत , प्रसूता की हालत चिंताजनक


सईद नादां, रायसेन

          जिला मुख्यालय से 65 किलोमीटर दूर बाड़ी तहसील के ग्राम किबलाझिर निवासी एक प्रसूता की स्थिति गंभीर होने पर बीती शुक्रवार की रात में बकतरा उप-स्वास्थ केंद्र से नर्स द्वारा तीन बार जननी वाहन 108 पर कॉल किए जाने के बाद भी 6 घंटे तक नहीं आने पर उसे निजी वाहन से ले जाते समय रास्ते में हुई डिलेवरी के दौरान नवजात की हुई मौत । प्रसूता की स्थिति नाजुक ,अस्पताल में भर्ती।

  प्रसूता महिला के पति भगवान सिंह ने आरोप लगाते हुए कलेक्टर को उक्त घटना की शिकायत में बताया है कि वह गरीब मजदूर है ,उसकी पत्नी की डिलिवरी होने थी जननी वाहन नहीं आने पर वह पत्नी की हालत बिगड़ने पर किराए की एक निजी वाहन से बाड़ी सरकारी अस्पताल के लिए निकला था। रास्ते में प्रसूता की हालत बिगड़ गई तो उसे बकतरा में उप स्वास्थ केंद्र लेकर गए वहां नर्स ने तीन बार जननी एक्सप्रेस को फोन लगाया लेकिन 6 घण्टे तक जननी वाहन नहीं आया। तो वही पास रहने वाली एक निजी दाई मीनाबाई को दिखाया तो बच्चे का सिर बाहर आ चुका था। तत्काल उसे वहीं वाहन में प्रसव कराया गया लेकिन नवजात की मौत हो चुकी थी ओर पत्नी की हालत बिगड़ने लगी तो वह बाड़ी अस्पताल लेकर आए हैं।

सिविल अस्पताल बाड़ी में डियूटी पर मौजूद डॉ.विकास गंगवाल ने बताया कि अस्पताल में जच्चा बच्चा को शुक्रवार की रात में लाया गया था। नवजात मृत अवस्था में था , मां को भर्ती कर लिया है। डॉ. 15 दिन पहले भी जननी एक्सप्रेस वाहन नहीं पहुंचे से प्रसूता की रास्ते में ही डिलिवरी होने पर नवजात की मौत हो गई थी। ये दूसरा मामला सामने आया है , जो चिन्तनीय है।

 बाड़ी ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर डॉ. हेमंत यादव का कहना है की जननी एक्सप्रेस संचालन निजी कंपनी के पास है। यदि हमें भी वहां बुलाना होता है तो पूरी प्रक्रिया नियमों के तहत ही करना पड़ती है । जो घटना सामने आई है इसके संबंध में कलेक्टर को पत्र लिखकर जानकारी दी जाएगी।

 जननी एक्सप्रेस रायसेन के डीएम संदीप भार्गव ने बताया कि बाड़ी की जननी वाहन करीब एक महीने पहले एक्सीडेंट में क्षतिग्रस्त हो गई है। इसलिए परेशानी हो रही है दूसरी गाड़ी की व्यवस्था जल्द कराई जाएगी ।



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